23 तद्याँ कुई नावाँ तिबिरियस नगरऊँ वीं जगाँ अई, जटे वणा परबू ने धन्नेवाद देयाँ केड़े रोट्याँ खादी ही।
अन ईं हात रोट्याँ अन माछळ्याँ लिदी, अन धन्नेवाद करन तोड़ी अन आपणाँ चेला ने देतो ग्यो, चेला लोग-बागाँ ने देता रिया।
जद्याँ परबू वींने देकी तो वाँने दया आगी अन वणा क्यो, “रो मती।”
परबू ईसू का नके यो पतो करबा ने खन्दाया के, “कई थूँ वोईस हे ज्यो आबावाळो हे, कन पछे माँ कणी दूजाँ की वाट नाळा?”
ईंका केड़े ईसू गलील समन्द के पेली पार ग्या, जिंने तिबिरियस समन्द भी केता हा।