19 जद्याँ वीं नावऊँ दो-तीन कोस का लगे-भगे जातारिया, तो वणा ईसू ने समन्द का पाणी पे चालता तका आपणी आड़ी आता देक्या तो, वीं ओरू भी घणा दरपग्या।
वणीस दन ईसू का चेला मेंऊँ दो जणा यरूसलेमऊँ च्यार कोस छेटी बस्या तका इम्माऊस नाम का गाम में जारिया हा।
वो वीं छोरा ने लईरो हो तद्याँ हुगली आत्मा छोरा ने पटकन मरोड़्यो। पण, ईसू वणी हुगली आत्माने तापड़ी अन छोरो ने हव करन वींका बाप ने हूँपे दिदो।
बेतनियाँ नगर यरूसलेमऊँ एक कोस छेटी हो।
“मूँ थाँने एकला ने छोड़ूँ। मूँ थाँका नके आऊँ।
अन डूँज के मस समन्द को पाणी ज्योर-ज्योरऊँ हिळोळा मारबा लागो।
पण ईसू वाँने क्यो, “यो तो मूँ हूँ, दरपो मती।”
जणीऊँ वणा अंगूर ने नगर का बारणे गुद्या ग्या, अन रस कुण्ड मयनेऊँ अतरो लुई निकळग्यो के, वो घोड़ा की लगाम तईं पोंछग्यो अन हो कोस तईं फेलग्यो।
वीं नगर ने हमचोरस बसायो तको हो अन वींकी लम्बाई अन चोड़ाई बराबर ही अन वणी वीं जरीऊँ नगर ने माप्यो, तो हाड़ा हात स्ये कोस को निकळ्यो, वींकी लम्बाई अन चोड़ाई अन ऊँचाई बराबर ही।