ईसू वणाऊँ पूँछ्यो, “कस्यी बाताँ?” वणा ईसू ने क्यो, “हारी बाताँ नासरत का ईसू का बारा में हे, वो अस्यो मनक हो, जणी ज्यो भी क्यो हो अन ज्यो किदो हो अणीऊँ वणी परमेसर अन हाराई लोग-बागाँ का हामे यो बता दिदो के, वो एक मोटो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो हो।
ईंपे वीं हाराई मनक दरपग्या अन परमेसर की जे-जेकार करबा लागा के, “आपणाँ बसमें एक मोटा परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो परगट व्यो हे।” अन केबा लागा के, “परमेसर आपणाँ लोगाँ की मदत करबा ने आग्या हे।”