27 पण मने न्याव करबा को भी हक दिदो ग्यो हे काँके मूँ, मनक को पूत हूँ।
अणीऊँ थाँ ओ जाण सको हो के, ईं धरती पे पापाँ की मापी देबा को अदिकार मनक का पूत ने भी दिदो ग्यो हे।” पछे ईसू लकवा का माँदा मनकऊँ क्यो, “ऊबो वे, आपणो माचो उठान घरे परोजा।”
अन परमेसर किंको भी न्याव ने करे हे, पण न्याव करबा को हारोई काम मने हूँप दिदो हे।
तद्याँ ईसू क्यो, “मूँ जगत में न्याव करबा का वाते आयो हूँ, ताँके ज्यो आंदा हे, वीं देकबा लागे अन ज्यो देके हे, वीं आंदा वे जाई।”
वणीस माँने आदेस दिदो के, आपीं लोगाँ में घोसित कराँ अन गवई देवा के, ओ वोईस हे, जो परमेसर का हातऊँ जीवता अन मरिया तका को न्याव करबावाळो बणायो हे।
काँके वणी एक दन ठेरायो हे, वीं आपणाँ थरप्या तकाऊँ वो धरती का हंगळा मनकाँ को हाँचऊँ न्याव केरी, अन वणी मरिया तका मूँ पाछो जीवतो वेन हंगळा मनकाँ में आ बात पाकी कर दिदी हे।
पण जद्याँ तईं परमेसर मसी का दसमणा ने वाँका पगाँ का रेटे ने कर दे, तद्याँ तईं वाँको राज करणो ते हे।
पण अबे अणा आकरी दनाँ में परमेसर आपणाँ बेटा का जरिये आपाऊँ बाताँ किदी, अन वणीऊँस वणा ईं बरमाण्ड की रचना किदी। अन पछे वींने हारी चिजाँ पे अदिकारी बणायो।
वो हरग में परमेसर का जीमणा पाल्डे बेट्यो तको हे, अन अबाणू हरग-दुत, अदिकारी अन हारी सगत्याँ वींके बंस में कर दिदी गी हे।