21 जस्यान परमेसर मरिया तका ने उठान जिवावे हे, वस्यानीस मूँ बेटो भी ज्याँने छाऊँ हे, वाँने जीवावूँ हूँ।
ईसू वींने क्यो, “जीवन मारा में हे अन मरिया केड़े पाछो जीवतो वेणो मारा में हे। ज्यो कुई मारा पे विस्वास करी, वीं यद्याँ मर भी जाई तद्याँ भी पाच्छा जी उटी।
काँके थाँ वींने हाराई मनकाँ का ऊपरे अदिकार दिदो के, ज्याँने थाँ वींने दिदा हे वणा हाराई ने वो अनंत जीवन देवे।
परमेसर की आत्मा तो जीवन देबावाळी हे, पण मनकाँ की तागतऊँ कई फायदो ने हे। जीं बचन में थाँकाऊँ क्या हे, वीं आत्मिक जीवन देवे हे।
जद्याँ के परमेसर मरयाँ तका मूँ पाच्छा जीवता करे हे, तो थाँका अटे अणी बात पे विस्वास काँ ने करे हे?
अन यद्याँ वाईस आत्मा जणी ईसू मसी ने मरिया तकाऊँ जीवतो किदो हे, थाँका मयने वास करे हे, तो वो जणी ईसू ने मरिया तकाऊँ जीवतो किदो हे, थाँकी नास वेबावाळी देह ने आपणी आत्माऊँ ज्या थाँका मयने वास करे हे, जीवाई।
सास्तर में लिक्यो तको हे के, “पेलो मनक आदम हे ज्यो जीवतो प्राणी हे”, पण आकरी मनक मसी हे, ज्यो जीवन देबावाळी आत्मा हे।