12 तो मनकाँ वींने पूँछ्यो, “वो कूण मनक हे जणी थने क्यो, ‘वसाणो उठान चाल-फर’?”
ईसू मन्दर में ऊबा वेन उपदेस हुणारिया हा, तो मुक्य याजक अन यहूदी नेता वाँका नके आन पूँछ्यो, “थूँ ओ किंका हकऊँ करे हे? अन थने ओ हक कूणी दिदो हे?”
ईंपे वणी वाँने जवाब दिदो के, “जणी मने हव किदो, वणी मने क्यो, ‘आपणो वसाणो उठा अन चाल-फर।’”
पण वो ज्यो हव वेग्यो हो, वो ने जाणतो हो के, “वो कूण हे।” काँके वणी जगाँ नरई भीड़ वेबाऊँ ईसू पराग्या हा।
काँके मूँ वाँकी गवई दे सकूँ के, वाँका में परमेसर की धुन हे। पण वाँ ग्यान पे ने टकी तकी हे।