39 वणी सामरी लुगई की गवई की वजेऊँ घणा सामरी मनकाँ ईसू पे विस्वास किदो। काँके वणी लुगई गवई में क्यो हो के, “में ज्यो कई किदो हो, वो हाराई वणा बता दिदो।”
अणा बाराई चेला ने ईसू हक दिदो अन ओ आदेस देन खन्दाया, “ज्यो यहूदी ने हे वाँका नके मती जाज्यो अन कणी सामरिया का कणी नगर में मती जाज्यो।
जद्याँ वाँ दुई चेला वींने आ केतो तको हुण्यो, तो वीं ईसू का पाच्छे चाल पड़्या।
तद्याँ ज्यो यहूदी मनक मरियम के हाते आया हाँ, वणा ईसू को यो काम देकन वींकामूँ नरई वींपे विस्वास किदो।
“आवो, एक मनक ने देको, जणी हारोई बता दिदो, ज्यो कई में किदो। कई ओईस मसी तो ने हे?”
ईं वाते मनक नगरऊँ निकळन ईसू का नके आबा लागा।
में थाँने वो खेत काटबा के वाते खन्दाया, जिंमें थें काम ने किदो। वींमें दूजाँ मेनत किदी अन अबे थाँ वाँकी मेनत का काम का फळ में भी भागी बणग्या हो।”
जद्याँ वीं सामरी लोग-बाग वाँका नके आया अन अरज करबा लागा के, “माकाँ अटे रेवो।” ईं वाते ईसू वटे दो दन तईं रियो।
वणा मनकाँ वीं लुगईऊँ क्यो, “अबे थाँरे केबाऊँईस विस्वास ने करा हा, पण माँ खुद ईंने हुणन जाणग्या हाँ के, योईस हाँची में ईं दनियाँ ने बंचाबावाळो हे।”
ईं वाते वीं सामरिया परदेस के सुखार नगर में आया, यो नगर वीं जगाँ का नके हो, जिंने बड़ाबा याकूब आपणाँ बेटा युसुप ने दिदी ही।
वीं दाण वींका चेला तो नगर में खाणो मोल लेबा ने ग्या तका हा।