35 कई थाँ ने केवो के, ‘हाक काटबा में अबाणू भी च्यार मिना पड़्या तका हे’? देको, मूँ थाँकाऊँ केवे हूँ, आपणी आक्याँऊँ खेता ने देको, वीं हाक काटबा के वाते त्यार वेग्या हे।
ईं वाते मनक नगरऊँ निकळन ईसू का नके आबा लागा।