25 वणी सामरी लुगई क्यो, “मूँ जाणूँ हूँ के, मसी जिंको मतलब चुण्यो तको हे, वो आबावाळो हे, जद्याँ वो आई, तो आपाँने हारी बाताँ बता देई।”
याकूब को बेटो युसुप हो ज्यो मरियम को धणी हो मरियमऊँ ईसू को जनम व्यो ज्यो मसी केवावे हे।
ईं वाते जद्याँ मनक भेळा व्या, तो पिलातुस वाँने क्यो, “थाँ कई छावो हो के, मूँ थाँका वाते किंने छोड़ दूँ? बरब्बा ने कन ईसू ने ज्यो मसी बाजे हे?”
हाकम पिलातुस वाँने पूँछ्यो, “पछे ईसू ने, ज्यो मसी बाजे हे, वींको कई करूँ?” हारई वाँने क्यो, “वींने हूळी पे चढा दो!”
आज दाऊद का नगर में थाँका वाते एक मुगतीदाता को जनम व्यो हे अन वोईस परबू मसी हे।
नतनएल वाँने जवाब दिदो, “हो गरुजी, थाँ परमेसर का पूत हे। थाँ इजराएल को राजा हे।”
“आवो, एक मनक ने देको, जणी हारोई बता दिदो, ज्यो कई में किदो। कई ओईस मसी तो ने हे?”
वणी सामरी लुगई की गवई की वजेऊँ घणा सामरी मनकाँ ईसू पे विस्वास किदो। काँके वणी लुगई गवई में क्यो हो के, “में ज्यो कई किदो हो, वो हाराई वणा बता दिदो।”
वणा मनकाँ वीं लुगईऊँ क्यो, “अबे थाँरे केबाऊँईस विस्वास ने करा हा, पण माँ खुद ईंने हुणन जाणग्या हाँ के, योईस हाँची में ईं दनियाँ ने बंचाबावाळो हे।”