17 वीं लुगई जवाब दिदो, “मूँ बना धणी की हूँ।” ईसू वींने क्यो, “थूँ सई केवे हे के, थूँ बना धणी की हे।
ईसू वींने क्यो, “जा, आपणाँ घरधणी ने अटे बला ला।”
काँके थूँ पाँच धणी कर चुकी हे, अन जिंका नके थूँ अबाणू हे, वो भी थारो धणी ने हे। ईं वाते थें क्यो वो सई हे।”
“आवो, एक मनक ने देको, जणी हारोई बता दिदो, ज्यो कई में किदो। कई ओईस मसी तो ने हे?”
आ बात हाँची हे। पण वीं आपणाँ विस्वास ने करबा की वजेऊँ तोड़ी गी, पण थाँ थाँका विस्वास की वजेऊँ थाँकी जगाँ टक्या तका रेवो। तो ईंको मेपणो मती करो, पण दरपता रेवो।