ईसू वाँकाऊँ क्यो, “ब्याव के टेम में जद्याँ तईं बींद आपणाँ जान्या का हाते हे तो कई वींका जान्या रोवणो-धोवणो करी? पण वीं दन जद्याँ बींदराजा ने वाँकाऊँ छेटी किदो जई, वीं टेम वीं एकाणो राकी।
काँके जस्यान परबू थाँकी चन्ता करे हे वस्यान मूँ भी थाँकी चन्ता करूँ हूँ। मूँ थाँकी बात एकीस मसी का हाते लगा मेली हे जणीऊँ मूँ थाँने पुवितर कूँवारी छोरी का जस्यान मसी ने हूँप दूँ।
मारा नके लिकबा का वाते तो घणी बाताँ हे, पण मूँ तो ओ छावूँ के, थाँने ईं बाताँ सई अन कलमऊँ ने लिकूँ, पण मने आस हे के, थाँका हामे बेटन थाँकाऊँ बाताँ करूँ, जणीऊँ आपणो आणन्द पूरो वे सके हे।
पछे वणा हाताँ दुताँ का नके आकरी हात विपत्याऊँ भरिया तका हात प्याला हा, वणा मेंऊँ एक मारा नके आयो अन माराऊँ बात करन क्यो, “अटे आ, मूँ थने वणी लाड़ी ने बताऊँ, ज्याँ उन्याँ की लुगई हे।”