मूँ तो थाँने मन फेरबा का वाते पाणीऊँ बतिस्मो दूँ हूँ पण वीं ज्यो मारा केड़े आबावाळो हे, वो माराऊँ भी हेलो मोटो हे। मूँ तो वाँका पगरख्याँ का कसणा खोलबा के जोगो भी ने हूँ। वो थाँने पुवितर आत्मा अन वादीऊँ बतिस्मो देई।
विदी-विदान का जस्यान यहूदी मनकाँ के हापड़बा-धुपड़बा की रीत ही। ईं वाते वटे पाणी भरबा का भाटा का छे कळा पड़्या तका हाँ, वणा हरेक कळा में लगभग हो लीटर तईं पाणी भरियो जा सकतो हो।
ईं वाते ओ जरूरी हे के, जीं चिजाँ हरग का नकल का रूप में हे, वाँने जनावराँ का बलीऊँ पुवितर करणी छावे। पण हरग की चिजाँ तो अणाऊँ ओरी बड़िया बलीऊँ पुवितर किदी जावे हे।
वो पाणी भी बतिस्मा का जस्यान हे, जणीऊँ अबे थाँ बंचाया जावो हो। अणी बतिस्मा को मतलब यो कोयने के, देह को मेल धोयो जावे, पण मन ने पुवितर करन खुद ने परमेसर का आड़ी फेरणो वेवे हे, काँके ईसू मसी मरिया तका मेंऊँ पाच्छा जीवता किदा ग्या हा।