20 ज्यो कुई बुरई करे हे, वो उजिताऊँ रिस्याँ बळे हे अन उजिता का नके ने आवे हे, काँके वो ने छावे के, वींका काम हाराई जाणे।
जद्याँ एक मूसा का नेम हिकाबावाळा ईसुऊँ क्यो, “ओ गरुजी, जद्याँ थाँ अस्यी बाताँ केवो हो, तो थाँ माँको भी अपमान करो हो।”
पण ज्यो हाँच पे चाले हे, वो उजिता का नके आवे हे, ताँके वींका काम परगट वे के, ज्यो कई वणा किदो, वो परमेसर छावता हा।”
या दनियाँ थाँकाऊँ नपरत ने राके हे, पण माराऊँ नपरत राके हे, काँके मूँ वाँका विरोद में केऊँ के, वाँका काम बुरा हे।