पण अबराम वींने क्यो, “यद्याँ वी मूसा अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा की किताबाँ की बात ने माने हे, तो वी यद्याँ कुई मरिया तका मेंऊँ भी वाँका नके जाई तद्याँ भी वी वींकी ने मानी।”
ईसू वींने क्यो, “में ज्यो थने क्यो के, में थने अंजीर का रूँकड़ा के रेटे देक्यो, कई थूँ ईं बात की वजेऊँ विस्वास करे हे? तो थूँ आगे भी अणीऊँ मोटा-मोटा काम देकी।”
जदी दूजाँ चेला वाँकाऊँ केबा लागा, “माँ परबू ने देक्याँ हे।” तद्याँ वणी वींकाऊँ क्यो, “जद्याँ तईं मूँ वाँका हाताँ में खीलाँ का निस्याण में आँगळी ने गोड़ूँ अन वाँकी पाँळी में आपणो हात ने गालूँ तद्याँ तईं मूँ विस्वास ने करूँ।”