6 तद्याँ समोन पतरस वाँका पाच्छे आग्यो अन कबर का मयने जान कापळा का गाबा पड़्या तका देक्या।
वटे एक दासी ज्या चोकीदारणी ही। वणी पतरसऊँ क्यो, “कई थूँ भी तो ईं मनक का चेला मयनूँ एक ने हे?” वणी क्यो, “ने, ने मूँ कोयने हूँ।”
अन रेटे जुकन कापळा का गाबा पड़्या तका देक्या। पण वो कबर का मयने ने ग्यो।
अन ज्यो हसताड़ो वाँका माता पे बन्दयो तको हो। कापळा की लारे पड़्यो तको ने हो, पण दूजी जगाँ हामटन मेल्यो तको हो।
तद्याँ वणी चेले ज्यो लाड़लो हो पतरसऊँ क्यो, “ईं तो परबू हे।” समोन पतरस यो हुणन के, वो परबू हे, कमर में हसताड़ो बांद दिदो, काँके वणी काम करबा का वाते उपरला गाबा खोल मेल्या हा। अन पाणी में कुद ग्यो, ताँके जट कनारे पे जा सके।