30 ईसू ओरी नरई परच्या चेला का हामे बताया। ज्यो ईं किताब में ने लिक्या ग्या हे।
ईसू गलील का काना नगर में आपणो ओ पेलो परच्यो देन आपणी मेमा परगट किदी अन वाँका चेला वाँके ऊपरे विस्वास किदो।
ओरी भी नरई काम हे। ज्याँने ईसू किदा हे। यद्याँ वीं हाराई लिक्या जाता, तो मूँ हमजूँ हूँ के, ज्या किताबाँ लिकी जाती वाँ ईं दनियाँ में भी ने माती।
अन एक मोटी भीड़ वाँका पाच्छे वेगी, काँके ज्यो परच्या का काम वीं माँदा मनकाँ पे बतातो हो, वी वाँने देकता हा।
हरेक बात ज्या सास्तर में लिकी गी, वाँ आपाँने हिक देबा का वाते हे। जणीऊँ ज्यो धिज्यो अन हिम्मत सास्तरऊँ मले हे, वणीऊँ आपाँने आस मले।
पण ईं हारी बाताँ, ज्यो वाँका पे अस्यान घटी के वाँका वाते एक हिक वीं अन आपणे चेतावणी का वाते लिकी गी काँके दनियाँ की अन्त टेम नके हे।
मूँ या बात ईं वाते थाँने लिक हूँ, काँके थाँ परमेसर का बेटा में विस्वास राकबावाळा हो अन थाँ यो भी जाण लिदो हे के, अनंत जीवन थाँनेइस मल्यो हे।