23 ज्याँका पाप थाँ माप करो, वाँका पाप माप किदा जाई। ज्याँने थाँ माप ने करो, वीं माप ने करया जाई।”
मूँ थने हरग का राज की कुस्याँ देऊँ अन ज्यो कुई थूँ धरती पे बांदी, वो हरग में बदी अन ज्यो कुई धरती पे खोली, वो हरग में खली।”
“मूँ थाँकाऊँ हाचेई केवूँ हूँ के, ज्यो कुई थाँ धरती पे बांदो, वो हरग में बदी अन ज्यो कुई थाँ धरती पे खोलो, वो हरग में भी खली।
ओ केन वाँ वाँपे फूँक लगई अन क्यो, “पुवितर आत्माने गरण करो।
हारई परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा वींका बारा में गवई दिदी के, वींपे भरोसो करबावाळो हरेक मनक वींका नामऊँ पापाँ की मापी पाई।”
पतरस वाँने क्यो, “मन ने बदलो अन आपणाँ पापाँ की मापी के वाते थें हारई ईसू मसी का नामऊँ बतिस्मो लेवो। परमेसर थाँने पापाऊँ मापी देई अन थाँने पुवितर आत्मा को दान मल जाई।
जद्याँ थाँ आपणाँ परबू ईसू मसी की तागत का हाते आपणाँ ईसू मसी का नाम में भेळा वेवो तो मारी आत्मा भी वटे मोजुद वेई
थाँ अस्यो एक मेल हो जणी की नीम थरप्या तका अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा हे, अन वींके नासीक को भाटो खुद ईसू मसी हे।
हुमिनयुस अन सिकन्दर अस्याईस हा, ज्याँने में सेतान का हाताँ में दे दिदा हे, ताँके वाँने परमेसर की बुरई ने करबा को पाट हिकायो जा सके।