13 वाँकाणी वींने क्यो, “ए लुगई, थूँ काँ रोवे हे?” वणी क्यो, “वीं मारा परबू ने ले पराग्या हे अन मूँ ने जाणूँ हूँ के, वींने कटे मेल्यो हे?”
तो ईसू वणाऊँ पूँछ्यो, “आ कई बात हे, ज्यो थाँ एक-दूजाऊँ कररिया हो?” वीं दकी वेन ऊबा रेग्या।
जद्याँ ईसू आपणी बई अन वो चेला ज्यो लाड़लो केवातो हो, भड़े ऊबा देक्या तो आपणी बईऊँ क्यो, “ओ मास्या, ओ थारो बेटो हे।”
ईसू क्यो, “ओ मास्या, मने कई करबा का वाते मती केवो। अबाणू मारी टेम ने अई हे।”
ईसू वींने क्यो, “ए लुगई, थूँ काँ रोवे हे? किंने होदरी हे?” वाँ वींने माळी हमजन क्यो, “ओ बासा, थाँ वींने लेग्या वो तो मने बतावो के, वींने कटे मेल राक्यो हे। ताँके मूँ वींने ले जवूँ।”
तद्याँ वा दोड़न समोन पतरस अन दूजाँ चेला के नके, ज्यो लाड़लो केवातो हो, वटे आन क्यो, “वीं परबू ने कबरऊँ काड़न ले पराग्या हे अन माँ ने जाणा के, वींने कटे राक मेल्यो हे।”
पण पोलुस जवाब दिदो, “थाँ अस्यान रो-रोन मारी मन काँ तोड़ रिया हो। मूँ तो परबू ईसू का नाम वाते बेस बन्दवा वातेईस ने पण मरवा के वाते भी त्यार हूँ”।