22 आगे जान जद्याँ वो मरिया तकाऊँ पाछो जी उठयो तो वाँका चेला ने यो आद आयो हो के, वाँकाणी ओ क्यो हो। अन वणा पवितर सास्तर अन वो बचन ने ज्यो ईसू क्यो, वींपे विस्वास किदो।
पसे ईसू वाँकाऊँ क्यो, “ईं मारी वीं बाताँ हे, जद्याँ मूँ थाँके हाते रेते तके थाँकाऊँ क्यो हो। जतरी बाताँ मूसा के नेमा में अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन भजनाँ की किताब में मारा बारा में लिकी तकी हे, वीं हारी पुरी वेणीईस हे।”
वाँका चेला ने वीं टेम ईं बाताँ नंगे ने पड़ी ही, पण जद्याँ ईसू मेमा परगट वीं, तद्याँ वाँने हमज में आयो के, ईं बाताँ वींके बारा मेंईस सास्तर में लिकी गी ही के, मनक वाँकाऊँ ईं तरियाँ को वेवार किदो हो।
पण में ईं बाताँ ईं वाते थाँने क्यो के, जद्याँ अणाको टेम आई तो थाँने आद आ जई के, में थाँने पेल्याई के दिदो हो। “में सरू में थाँने ईं बाताँ ईं वाते ने किदी, काँके मूँ थाँका हाते हो।