आगे जान जद्याँ वो मरिया तकाऊँ पाछो जी उठयो तो वाँका चेला ने यो आद आयो हो के, वाँकाणी ओ क्यो हो। अन वणा पवितर सास्तर अन वो बचन ने ज्यो ईसू क्यो, वींपे विस्वास किदो।
पछे बरनबास वींने अन्ताक्या में लायो अन वीं मण्डली का लोगाँ में भेळा वेता हा अन नरई लोगाँ का समू ने हिकाता हा। अन्ताक्या मेंईस पेली दाण चेला “मसीही” केवाया।
जद्याँ तईं कणी लुगई को धणी जीवतो हे, तद्याँ तईं वाँ वींका बन्धन में बन्दी तकी हे। पण जद्याँ वींको धणी मर जावे, तो वाँ जणीऊँ छावे वणीऊँ ब्याव कर सके हे पण बेस परबू का गट-जोड़ में।
ब्याव को हाराई ने मान करणो छावे। लोग-लुगई एक-दूँजा का वाते वफादार रेवो। काँके दूजाँ का हाते गलत वेवार राकबावाळा लोग-लुगई ने अन कुकरम करबावाळा ने परमेसर सजा देई।