जद्याँ तईं वो मनकाँ को ईमानदारी का हाते न्याव ने करी वो किंकोई नास ने करी, वीं पलई वाड़ा का पतला टिण्डका का जस्यान वाँको वो कन दिवा का धूवा का जस्यान कमजोर वो।
वीं वणी घरे ग्या, जटे बाळक ने वींकी बई मरियम की लारे देक्यो अन गोडा टेकन वींको नमस्कार किदो। आपणी–आपणी जोळ्या खोलन वींने होना, लोबान अन अंतर भेंट किदा।
जदी मरियम जटामांसी को खरो अन मेंगो अंतर ठामड़ा लेन लई अन ईसू का पगा पे उन्दायो अन आपणाँ बालाऊँ पगा ने पूँछ्याँ। अन अंतर की बानाऊँ घर में खुसबु आबा लागी।