3 अन वींका नके आन क्यो, “यहूदियाँ का राजा अमर रेवे!” अन वींके रेपटाँ मेली।
अन पछे वो ईसू का नके आन क्यो, “हो गरुजी, नमस्कार।” अन वाँके बोको दिदो।
अन काँटा को मुकट गूँतन वाँका माता पे मेल्यो, अन वाँका जीमणा हात में कामड़ी दिदी अन वाँका आगे जुकन वाँकी रोळ करन क्यो, “हो यहूदियाँ का राजा, अमर रेवे!”
पछे वींकी रोळ करबा के वाते नमस्कार करन केबा लागा, “यहूदियाँ का राजा की जे हो।”
अन हरग-दुत वींका नके परगट वेन क्यो, “राजी वे, परबू की दया थाँरा पे वीं हे अन वीं थाँरा लारे हे।”
जद्याँ ईसू अस्यान क्यो तो मन्दर को एक चोकीदार ईसू का नकेईस ऊबो हो वणी ईसू के छापट मारन क्यो, “कई मोटा याजक ने जवाब ईं तरिया देवे हे?”
तद्याँ पिलातुस पाछो दरबार में ग्यो अन ईसू ने बलान वणीऊँ पूँछ्यो, “कई थूँ यहूदियाँ को राजा हे?”