28 ईंका केड़े ईसू ओ जाणन के, अबे हारोई पूरो वेग्यो हे। तो वणी पवितर सास्तर में ज्यो बतायो ग्यो हो वो पूरो वेवा वाते क्यो, “मूँ तरियो हूँ।”
मने एक कल्डा बतिस्मा की टेम में वेन जाणो अन जद्याँ तईं ओ पूरो ने वे जावे, तद्याँ तईं मने आराम ने मली।
पसे ईसू आपणाँ बाराई थरप्या तका चेला ने एक आड़ी लेजान वाँकाऊँ क्यो, “देको, आपाँ यरूसलेम जारिया हाँ अन हारी बाताँ मूँ मनक का पूत का वाते परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा लिकी हे, वीं हारी पुरी वेई।
काँके मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ के, यो ज्यो सास्तर में लिक्यो हे के, ‘वो अपरादिया का हाते गण्यो ग्यो।’ या बात मारा में पुरी वेणी घणी जरूरी हे, काँके अबे ईं बात के वेबा की टेम आगी हे।”
जीं आपणी मेमा का हाते परगट व्या हा, अन ईसू यरूसलेम में आपणी मोतऊँ परमेसर की मरजी ने पुरी करबा का बारा में वीं बात कररिया हा।
फसे का तेवार पेल्याँ जद्याँ ईसू जाणग्यो के, “मारी वाँ घड़ी आ पूगी हे के, मूँ दनियाँ छोड़न बापू का नके जाऊँ।” तो ईसू आपणाँ लोगाऊँ ज्यो दनियाँ में हाँ, जस्यान परेम वो राकतो हो आकरी तईं वस्यानीस परेम राकतो रियो।
ज्यो काम थाँ मने करबा ने दिदो हो, वींने पूरो करन में धरती पे थाँकी मेमा परगट किदी हे।
तद्याँ ईसू वणा हारी बाताँ ने ज्यो वींपे आबावाळी ही जाणन आगे आयो अन वाँने क्यो, “थाँ किंने होदरिया हो?”
ईं वाते वाँकाणी एक-दूजाऊँ क्यो, “आपाँ ईंने ने फाड़ा पण, ईंका वाते गोट्याँ नाका के, ओ किंको वेई।” ओ ईं वाते व्यो के, पवितर सास्तर में ज्यो लिक्यो हे, वो पूरो वे, “वाँकाणी मारा गाबा एक-दूँजा में बाँट लिदा, अन मारा कुरता का वाते कागद की गोटी नाकी।” ईं वाते सपायाँ अस्यानीस किदो।
अन पसे ईसू अंगूरा का रस चाक्या केड़े बोल्यो, “पूरो व्यो।” अन मातो नमान जीव छोड़ दिदो।
ईं बाताँ ईं वाते वींके, पवितर सास्तर में ज्यो बतायो ग्यो हो वो पूरो वेवे के, “वींको एक भी हाड़क्यो ने तोड़्यो जाई।”
ईसू वाँने क्यो, “मारो खाणो ओ हे के, मूँ मने खन्दाबावाळा की मरजी पे चालूँ अन वींको काम पूरो करूँ, ज्यो वणी मने हुप्यो हे।
ईसू वाते जो भी सास्तर में लिक्यो हो, वो हारोई वणा पूरो कर नाक्यो हो, तो वाँकाणी वींने हूळीऊँ उतारन कबर में मेल दिदो।