11 ईसू जवाब दिदो, “यद्याँ परमेसर थाँने मारा पे यो हक ने देता, तो थाँ कई ने कर सकता। तो थारो मारा पे कई हक ने वेतो। ईं वाते जणा मने थाँरा हाताँ में हूँप्यो हे, वीं थाँराऊँ भी हेला पापी हे।”
ईं बात पे मायाजक आपणाँ गाबा फाड़न अन क्यो, “अणी परमेसर की नन्दयाँ किदी हे, अबे मारे गुवा की कई जरूत ने हे? देको, थाँ अबाणू ईंने परमेसर की नन्दया हामळी हे।
तद्याँ यहूदो रोमी सेना का एक दल ने अन मुक्य याजकाँ अन फरीसियाँ की आड़ीऊँ मन्दर का चोकीदाराँ ने लेन वटे आयो। अन वाँका हाताँ में मसाळ, लालटेन अन हत्यार हा।
ईसू ने परमेसर आपणी पाक्की ओजणा अन पेली का ग्यानऊँ होच-हमजन थाँने हूँप्यो अन थाँकाणी वींने नीच मनकाँ का हाताँ में पकड़वान हूळी पे खीलाँ ठुकवान मरवा नाक्यो।
अबराम, इसाक अन याकूब का परमेसर, आपणाँ बड़ाबा का परमेसर आपणाँ सेवक ईसू की मेमा किदी। थाँकाणी वींने मराबा के वाते पकड़वा दिदो अन पछे पिलातुस वींने छोड़बा की बात ठाणी, तो थाँ लोगाँ पिलातुस के हामे भी वींने नकार दिदो।
काँके हाराई दान वरदान अन हव ईनाम उपरेऊँईस मले हे अन ईं उजिता का परमेसरइस देवे हे जणी हरग ने बणाया हे, ज्यो कदी बदल कोयने, अन वींमें बदलती दसा का वजेऊँ आबावाळी काळी छाया भी कोयने हे।