1 तद्याँ पिलातुस ईसू ने पकड़वान कोड़ा लगवाया।
अन वींने ज्यो यहूदी ने हा वाँका हाताँ में हूँपी के, वीं वींकी रोळ करी, वीं वींके कोड़ा मारी अन हूळी पे चड़ाई, अन वो तीजे दन जिवायो जाई।”
ईं वाते देको, मूँ थाँका नके परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन अकलमन्द अन गरुवा ने खन्दाऊँ हूँ अन वणा मूँ करता ने तो मार नाको अन हूळी चड़ावो, अन किंने आपणाँ परातना घर में कोड़ा मारो अन एक नगरऊँ दूजाँ नगर दोड़ता फरो हो।
पसे मने कुटी अन मार नाकी, पण मूँ तीजे दन पाछो जीवतो वे जाऊँ।”
ईं वाते मूँ ईंके कोड़ा मारन छोड़ देवूँ हूँ।”
पण वी हाराई मनक एक दाण पाछो हाको करन बोल्या, “ईंने हूळी पे चढा दो।” अन वाँके हाका-भार करबा वाँकी बात बणगी।
पाँच दाण मूँ यहूदियाँ का हाताऊँ चालीस में एक कम कोड़ाऊँ मार खादी।
घणा की मजाक किदी गी अन घणा के कोड़ा मेल्या, घणा ने हाकळाऊँ बांद्या अन घणा केद में नाक दिदा अन यो करन वाँने परक्या।
वीं आपणाँ पापाँ ने खुद की देह पे लेन हूळी पे चड़ग्या, ताँके आपाँ पाप का वाते मरन धारमिकता का वाते जीवन जीवाँ, वींके मार खाबा के वजेऊँ थाँ हव व्या हो।