5 वाँकाणी वाँने क्यो, “नासरत का ईसू ने।” ईसू वाँकाऊँ क्यो, “मूँ वोईस हूँ।” वाँने धोकाऊँ पकड़वाबावाळो यहूदो भी वाँकी लारे ऊबो हो।
अन नासरत नाम का नगर में घर बणान रेवा लागग्यो, अस्यान वो बचन पूरो व्यो, ज्यो नरई परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा क्यो हो, “वो नासरी नामऊँ जाण्यो जई।”
लोग-बागाँ क्यो, “ओ गलील का नासरत नगर को परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो ईसू हे।”
नतनएल वणीऊँ क्यो, “कई हव चीज भी नासरतऊँ निकळ सके हे?” फिलिपुस वणीऊँ क्यो, “चालन खुदई देक ले।”
तद्याँ ईसू वणा हारी बाताँ ने ज्यो वींपे आबावाळी ही जाणन आगे आयो अन वाँने क्यो, “थाँ किंने होदरिया हो?”
जद्याँ ईसू ओ क्यो के, “मूँ वोईस हूँ,” तो वीं तरत पाच्छे हरक्याँ अन रेटे पड़ग्या।
पिलातुस एक दोसपतर लिकन हूळी पे टाँक दिदो अन वींमें ओ लिक्यो हो, “नासरत का ईसू, यहूदियाँ को राजा।”