वीं टेम ईसू भीड़ऊँ क्यो, “कई थाँ तरवाराँ अन लठ लेन मने चोर का जस्यान पकड़बा का वाते आया हो? मूँ हरेक दन रोज मन्दर में बेटन उपदेस दिया करतो हो, तद्याँ तो थाँ मने ने पकड़्यो।
अन वणी वीं मनक ने छोड़ दिदो, जणी लड़ई-जगड़ो अन हत्या किदी ही। यो मनक वोईस हो जिंका बारा में लोगाँ मांग किदी ही। ईसू ने मनकाँ का हाताँ में हूँप दिदो ताँके जस्यान वी छावे वस्यान कर सके।