“देको, आपीं यरूसलेम जारिया हाँ। मनक का पूत ने (ईसू) धोकाऊँ पकड़न मुक्य याजकाँ अन मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा ने हूँप देई अन वीं वींने मोत को दण्ड देन, ज्यो यहूदी ने हे वाँने हूँप देई।
वणा वाँने क्यो, “हव कामाँ का वाते माँ थाँरे भाटा ने ठोका, पण परमेसर की नन्दयाँ करबा का वाते ठोका हा। अन ईं बात का वाते के, थूँ मनक वेन आपणाँ खुद ने परमेसर को दरज्यो देवे हे।”
“मूँ थाँका हाराई का वाते ने केवूँ हूँ, जाँने में चुण लिदा वाँने मूँ जाणूँ हूँ, पण यो ईं वाते हे के, पुवितर सास्तर को यो लेक पूरो वे, ‘ज्यो मारा रोटा खावे हे, वीं मारा पे लात उठई।’