31 पिलातुस वाँने क्यो, “थाँ ईंने ले जावो अन आपणाँ नेमा के हस्याबूऊँ न्याव करो।” यहूदी लोगाँ वींने क्यो, “माँने यो हक ने हे के, किंने मोत को दण्ड देवा।”
वाँकाणी वींने जवाब दिदो, “यद्याँ यो अपरादी ने वेतो तो माँ ईंने थाँरा हाताँ में ने हूँपता।”
यो ईं वाते व्यो के, ईसू की वाँ बात पुरी वेवे ज्याँ वणा आपणी मोत का बारा क्यो हो के, वींकी मोत कस्यान वेई।
पण, वीं ओरी ज्योरऊँ हाको करन क्यो, “ईंने मारी नाको, ईंने मारी नाको, ईंने हूळी पे चड़ई दो।” पिलातुस वाँने क्यो, “कई थाँ छावो हो के, मूँ थाँका राजा ने हूळी पे चड़ई दूँ?” मुक्य याजकाँ जबाव दिदो, “रोमी राजा ने छोड़न माँको कुई दूज्यो राजा कोयने हे।”