“देको, आपीं यरूसलेम जारिया हाँ। मनक का पूत ने (ईसू) धोकाऊँ पकड़न मुक्य याजकाँ अन मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा ने हूँप देई अन वीं वींने मोत को दण्ड देन, ज्यो यहूदी ने हे वाँने हूँप देई।
ईंपे पिलातुस वींने छोड़ देणो छायो हो। पण, यहूदी मनकाँ ज्योर की हाको करन क्यो, “यद्याँ थूँ ईंने छोड़ हे, तो थूँ रोम राजा का हण्डाळ्यो ने हे। ज्यो कुई खुद ने राजा बणावे हे। वो रोमी सरकार को विरोदी हे।”
अबराम, इसाक अन याकूब का परमेसर, आपणाँ बड़ाबा का परमेसर आपणाँ सेवक ईसू की मेमा किदी। थाँकाणी वींने मराबा के वाते पकड़वा दिदो अन पछे पिलातुस वींने छोड़बा की बात ठाणी, तो थाँ लोगाँ पिलातुस के हामे भी वींने नकार दिदो।
अन ईं हव हमच्यार ने परच्यार करबा की वजेऊँ मूँ दुक जेलरियो हूँ अन एक गुनेगार के, जस्यान हाँकळा में बन्दयो तको हूँ, पण परमेसर का बचना पे कुई बन्धन कोयने हे।