21 पछे थूँ माराऊँ कई पूछे हे? हुणबावाळाऊँ पुछ के, में वाँकाऊँ कई क्यो। वीं जाणे हे के, में कई-कई क्यो।”
“माने बता के कई थूँ बचाबावाळो मसी हे।” ईसू वाँने क्यो, “यद्याँ मूँ थाँकाऊँ केवूँ, तो भी थाँ मने मानबावाळा ने हो।
ईसू वाँने क्यो, “में हाराऊँ खुलन बाताँ किदी। में परातना घर अन मन्दर में, जटे हारई मनक भेळा व्या करता हा। वटे हरदाण हिक दिदी अन छाने कई भी ने क्यो।
जद्याँ ईसू अस्यान क्यो तो मन्दर को एक चोकीदार ईसू का नकेईस ऊबो हो वणी ईसू के छापट मारन क्यो, “कई मोटा याजक ने जवाब ईं तरिया देवे हे?”