17 वटे एक दासी ज्या चोकीदारणी ही। वणी पतरसऊँ क्यो, “कई थूँ भी तो ईं मनक का चेला मयनूँ एक ने हे?” वणी क्यो, “ने, ने मूँ कोयने हूँ।”
ईंपे पतरस ईसुऊँ क्यो, “यद्याँ हाराई थने छोड़न जावे, तो पलई जावे, पण मूँ कदी भी थने छोड़न ने जाऊँ।”
पसे वीं ईसू ने पकड़न ले पराग्या अन मायाजक का घरे लेग्या। पतरस थोड़ाक छेटी वाँका पाछे-पाछे आरियो हो।
पण पतरस बारणे बाणा पे ऊबो रियो। तद्याँ वो दूजो चेलो ज्यो मोटा याजक की पेचाणवाळो हो, बारणे आयो अन चोकीदारणीऊँ केन पतरस ने मयने लेग्यो।
समोन पतरस ऊबो तको तापरियो हो। तद्याँ कणी वींने क्यो, “कई थूँ भी तो ईंका चेला मूँ एक हे?” पण पतरस नटग्यो अन क्यो, “ने मूँ ने हूँ।”
वाँकाणी वाँने क्यो, “नासरत का ईसू ने।” ईसू वाँकाऊँ क्यो, “मूँ वोईस हूँ।” वाँने धोकाऊँ पकड़वाबावाळो यहूदो भी वाँकी लारे ऊबो हो।
ईसू वाँने जबाव दिदो, “मूँ तो थाँने के चुक्यो हूँ के, मूँ वोईस हूँ। यद्याँ मनेइस होदरिया हो तो अणाने जाबा दो।”
जीमणा के पछे ईसू समोन पतरसऊँ पूँछ्यो, “ए समोन, यहुन्ना का बेटा, कई थूँ अणाऊँ हेलो परेम माराऊँ राके हे?” वणी वाँने क्यो, “हाँ, परबू जी, थाँ तो जाणो हो के, मूँ थाँकाऊँ कतरोक परेम राकूँ हूँ?” ईसू वींने क्यो, “मारा उन्याँ ने चरा।”
पतरस बारणे का कुँवाड़ ने बजायो, तो वींने देकबा के वाते रूदे नाम की एक दासी अई।