“मारा परम बापू मने हारोई हूँप्यो हे, परमेसर के अलावा कुई बेटा ने कोयने जाणे हे, अन ने कुई बेटा के अलावा परमेसर ने जाणे हे, पण अबे वीं मनक परमेसर ने जाणे हे जाँने बेटो बतावे हे।
“मने मारा बापू हारोई हूँप दिदो हे अन कुई भी ने जाणे हे के, बेटो कूण हे? अन बाप अन बेटो कूण हे? यो भी कुई ने जाणे हे कन पसे वाँके अलावा ज्याँने बेटो बताणो छारियो हे।”
मूँ अबे दनियाँ में ने रेऊँ, पण ईं हाराई दनियाँ में रेई, अन मूँ थाँका नके आवूँ हूँ। हो पवितर बापू आपणाँ वीं नाम की तागतऊँ ज्यो थाँ मने दिदो हे, वाँकी रुकाळी करो, ताँके वीं हाराई आपणे जस्यान एक वे सके।
हो बापू, मारी या अरज हे के, वीं हाराई एक वेवे, जस्यान मूँ थाँकामें हूँ अन थाँ मारा में हो, वस्यानीस वीं भी आपाँ में एक वेवे, जणीऊँ दनियाँ विस्वास करे के, थाँ मने खन्दायो हे।
मूँ वाँका में अन थाँ मारा में वेवो, जणीऊँ वीं पुरी तरियाऊँ आपाँ में एक वे जावे। अन दनियाँ जाणे के, थाँ मने खन्दायो हे, अन जस्यान थाँ माराऊँ परेम किदो वस्यानीस वाँकाऊँ भी परेम करो हो।
काँके ज्यो बचन थाँ मने दिदो, में वाँने वोईस बचन दिदो। अन वणा वींको विस्वास किदो। अन वीं ईं हाँच ने जाण लिदो हे के, मूँ थाकी आड़ीऊँ आयो हूँ, अन विस्वास कर लिदो हे के, थाँईस मने खन्दायो हे।
थाँ वींने ने जाणो हो, पण मूँ वींने जाणूँ हूँ। यद्याँ मूँ केतो के, मूँ वींने ने जाणतो, तो मूँ थाँका जस्यान जूट बोलवावाळो जूटो ठेरतो। पण मूँ वींने जाणूँ हूँ अन वींका बचना को पालण करूँ हूँ।
काँके मूँ अटने-वटने फरतो तको थाँकी पूजबा की चिजाँ ने देकरियो हो, तो एक अस्यी वेदी भी देकी जिंपे मण्ड्यो हे, “अणजाण परमेसर के वाते।” ईं वाते थाँ जिंने बना जाण्या पूजो हो, मूँ थाँने वींको हव हमच्यार हूँणऊँ हूँ।
थूँ वाँकी आक्याँ ने खोले अन वीं अंदाराऊँ उजिता का आड़ी, अन सेतान की सगतिऊँ परमेसर का आड़ी फरे ताँके वाँने पापाऊँ मापी मले अन परमेसर का चुण्या तका लोगाँ के हाते वीं भी बापोती में भेळा वेवे।’
वणा मनकाँ परमेसर का ग्यान ने ओळकणो किमती ने हमज्या, ईं वाते परमेसर भी वाँने वाँकी फालतू मरजी का जस्यान छोड़ दिदा। अन वीं हूँगला काम करबा लागग्या, ज्याँने करणा सई ने हे।
परमेसर अस्यान होच-हमजन ते कर राक्यो हो के, अणी दनियाँ का मनक आपणाँ ग्यानऊँ परमेसर ने ने जाण पाई, तो परमेसर ने ओ बड़िया लागो के, ईं तरिया परच्यार का जरिये ज्यो आपाँ कराँ हा, ज्यो परच्यार दनियाँ का मनकाँ की नजराँ में मुरकता हे, ईंपे विस्वास करबावाळा मनकाँ ने बचावे।
थाँ होस में आन ज्यो सई हे, वींका बारा होचो अन पाप करणो छोड़ दो। काँके थाँकामूँ नरई तो अस्या हे ज्यो परमेसर का बारा में कई ने ने जाणे हे, मूँ यो थाँकी हरम का वाते केरियो हूँ।
ईं दनियाँ को सेनापती ज्यो सेतान हे, वो वणा मनकाँ की अकल ने बन्द कर मेली हे जीं विस्वास ने करे हे। जणीऊँ वीं परमेसर का रूप में मसी ने अन वाँकी मेमावान उजिता का हव हमच्यार ने ने देक सके।
जणा मनकाँ को नाम वीं उन्याँ की जीवन की किताब में ने लिक्यो तको हो, वीं हाराई वी डरावणा जनावर के धोक लागी। अन यो उन्यो ज्यो ईं दनियाँ की सरुआतऊँ बली वेबा का वाते ते किदो ग्यो हो।