31 यो हुणन ईसू वाँने क्यो, “कई आकरी में थाँने विस्वास वेग्यो हे?
ईसू वींने क्यो, “कई थूँ हाँची में मारा वाते आपणो जीव देई? मूँ थाँराऊँ सई-सई केवूँ हूँ के, कूकड़ो जद्याँ तईं ने बोली वतरे थूँ तीन दाण मने ओळकबाऊँ नट जाई।”
अबे माँ जाणग्या के, थूँ हारोई जाणे हे अन ईंमें थाँकी मरजी कोयने हे के, कुई थाँकाऊँ कई पूछे। अणीऊँ माँ विस्वास करा हाँ के, थूँ परमेसर की आड़ीऊँ खन्दायो तको हे।”
देको, वा टेम आरी हे पण आगी हे के, थाँ हाराई अटने-वटने वेन आपणो आपणो गेलो नापो, अन मने एकलो छोड़ देवो। पण मूँ एकलो कोयने काँके बापू मारे लारे हे।