25 “में ईं बाताँ थाँकाऊँ केण्याँ में किदी हे। पण वाँ टेम आरी हे के, मूँ थाँकाऊँ पाच्छी केण्याँ में बाताँ ने करूँ। पण खुलन थाँने बाप का बारा में बताऊँ।
ईसू वाँने क्यो, “जद्याँ थाँ ईं केणीने ने हमजो, तो कस्यी भी केणी ने कस्यान हमज पावो?
बनाई केणी काम में लिदा तका वीं वाँने कई भी ने हुणाता हा, पण जद्याँ हाराई चेला का लारे वीं एकला वेता, तद्याँ हारी बाताँ को मतलब वाँने हमजाता हा।
वणा वाँने या बात हाँची बता दिदी। पछे पतरस वींने एक आड़ी लेग्यो अन तापड़्यो।
तद्याँ यहूदी लोगाँ वाँके च्यारूँमेर ऊबा वेन अन वाँकाऊँ क्यो, “थूँ कटा तईं माँने भेंम में राकी? यद्याँ थूँ मसी हे तो माने सई-सई बता दे।”
ईसू वाँकाणी या केणी क्यो, पण वीं हमज ने सक्या के, वीं वाकाँऊँ कई केरिया हे।
“मने थाँकाऊँ दूजी ओरी नरी बाताँ केणी हे, पण अबाणू थाँ वाँने सेण ने कर सको।
वीं थाँने परातना घरऊँ बारणे काड़ देई, पण वा टेम आई जद्याँ कुई थाँने मार नाकी, अन अस्यान करन वी हमजी के, ‘आपाँ परमेसर की सेवा कररिया हे।’
देको, वा टेम आरी हे पण आगी हे के, थाँ हाराई अटने-वटने वेन आपणो आपणो गेलो नापो, अन मने एकलो छोड़ देवो। पण मूँ एकलो कोयने काँके बापू मारे लारे हे।
आपाँ वणा काम ने जणीऊँ हरम आवे हे, वाँने कोयने कराँ हाँ। अन ने आपाँ कपट राका हाँ अन नेई आपाँ परमेसर का बचन में गाल-गसोळ करा हाँ। पण आपाँ तो हाँच ने खुला रूपऊँ लोगाँ का हामे बतावा हाँ अन परबू का हामे खुद खरा बणा हाँ।