अबेऊँ मूँ थाँने दास ने केवूँ, काँके दास ने जाणे हे के, वाँको मालिक कई करे हे। पण थाँने मूँ दोस्त केन बतळाया हे, काँके में ज्यो बाताँ आपणाँ बापऊँ हूणी, वीं हारी थाँने बता दी हे।
वो हूळी पे दक भोगन मरिया केड़े पाका सबूत का हाते नरी दाण परगट व्यो, वो जीवतो हे। अन चाळी दनाँ तईं चेला वींने देक्यो अन वो वाँने परमेसर का राज का बारा में बतातो रियो।