4 थाँ मारा में बण्या रेवो अन मूँ थाँकामें बण्यो रेऊँ। जस्यान डाळी यद्याँ अंगूरा की वेलड़ी में लागी ने रेवे हे तो आपणाँ खुदऊँ ने फळ सके हे। वस्यानीस थाँ मारा बना फळ ने ला सको।”
मूँ वाँका में अन थाँ मारा में वेवो, जणीऊँ वीं पुरी तरियाऊँ आपाँ में एक वे जावे। अन दनियाँ जाणे के, थाँ मने खन्दायो हे, अन जस्यान थाँ माराऊँ परेम किदो वस्यानीस वाँकाऊँ भी परेम करो हो।
ओ देकबा का वाते के, थाँ विस्वास का हाते जीरिया हो खुद ने परको। अन खुद की जाँच पड़ताल करो कई थाँ खुद ने जाणो के, ईसू मसी थाँका मयने हे। यद्याँ अस्यान ने वेतो तो थाँ जद्याँ परक्या ग्या हाँ तद्याँ खरा ने ने निकळता।
मूँ अबे जीवतो कोयने हूँ, पण मूँ ईसू मसी में जीवतो हूँ अन मूँ अणी देह में जीवतो हूँ तो बेस ईसू पे विस्वास करबा का मस जीवतो हूँ, ज्यो परमेसर को बेटो हो अन वणी माराऊँ अतरो परेम किदो के, आपणाँ खुद ने मारा वाते दे दिदो।
वाँ बात परमेसर जिंका पे परगट करणो छारिया हो, वाँने ध्यान वीं जावे के, वीं परमेसर की मेमा को मोल हाराई मनकाँ में कई हे, अन वाँ बात आ हे के, मसी ज्यो मेमा की आस हे वाँ थाँकामें बणी तकी रेवे हे।
ईं वाते जद्याँ माराऊँ ओरी ठमाव ने व्यो तो में थाँका विस्वास का हाल-चाल जाणबा का वाते वींने खन्दायो। परमेसर करे अस्यान ने वेणो छावे के, परकबा वाळी बाताँऊँ थाँ लाळच में आन मारो करियो-करायो काम बेकार तो ने कर दिदो।
ज्यो मनक परबू की हिकऊँ न्यारो वे जावे हे, वो परमेसर का नके ने जा सके, पण ज्यो भी मनक मसी की हिक ने माने हे, वींके नके बापू परमेसर अन वींको बेटा दुई रेवे हे।