4 जटे मूँ जवूँ हूँ वटा को गेलो थाँ जाणो हो।”
कई ओ जरूरी ने हो के, मसी ओ दुक जेलन आपणी खुद की मेमा में जावे?”
बारणो मूँ हूँ, यद्याँ कुई मारी हुणन परवेस करे हे, तो वो बंचायो जाई। अन मयने आया जाया केरी अन वटे धपायो जाई।
यद्याँ कुई मारी सेवा करणो छावे, तो वींने मारे पाच्छे चालणोइस पेड़ी, जणीऊँ जटे मूँ हूँ, वटे वो भी वेवे। यद्याँ कुई मारी सेवा-चाकरी करी, तो मारा बापू परमेसर भी वाँको आदर-मान करी।
ईसू, यो जाणता हा के, “परमेसर हारोई मारा हाताँ में कर दिदो हे अन मूँ परमेसर का नकेऊँ आयो हूँ अन परमेसर का नके जावूँ हूँ।”
मारा परमेसर का घर में नरी रेवा की जगाँ हे, यद्याँ ने वेती तो मूँ थाँकाऊँ के देतो। काँके मूँ परमेसर का घर में थाँका वाते जगाँ त्यार करबा ने जावूँ हूँ।
थाँ हुण्यो हे के में थाँकाऊँ क्यो, ‘मूँ जारियो हूँ पण थाँका नके पाछो आऊँ।’ यद्याँ थाँ माराऊँ परेम राकता तो थाँ राजी वेता के, मूँ बापू परमेसर का नके जारियो हूँ। काँके बापू परमेसर माराऊँ मोटा हे।
जगाँ बणाया केड़े मूँ पाछो थाँने लेबा ने आऊँ अन पछे आपाँ हातेईस रेवा।
तो थोमा वाँकाऊँ क्यो, “हो परबू, माँ ने जाणा हाँ के, थूँ कटे जारियो हे। तो गेलो कस्यान जाणा?”
हा, मूँ परमेसर का आड़ीऊँ ईं दनियाँ में आयो अन अबे ईं दनियाँ ने छोड़न बापू का नके जारियो हूँ।”
ज्यो बेटा ऊपरे विस्वास करे हे, वो अनंत जीवन पावे हे, पण ज्यो बेटा की ने माने हे, वो जीवन ने कोयने पावे, पण वींपे परमेसर को कोप वेतो रेवे हे।”
काँके याईस मारा बाप की मरजी हे के, ज्यो कुई बेटा ने देके, अन वींपे विस्वास करे, वीं अनंत जीवन पावे। अन मूँ खुद वाँने अन्त का दन में पाछो जीवाई देऊँ।”