पण यद्याँ मूँ वाँने करूँ हूँ, तो भी थाँ मारो विस्वास ने करो हो, पण थाँ वणा कामाँ को तो विस्वास करो, जणीऊँ थाँ जाण जावो अन हमजो के, बापू परमेसर मारा में हे अन मूँ बापू परमेसर में हूँ।”
काँके ज्यो बचन थाँ मने दिदो, में वाँने वोईस बचन दिदो। अन वणा वींको विस्वास किदो। अन वीं ईं हाँच ने जाण लिदो हे के, मूँ थाकी आड़ीऊँ आयो हूँ, अन विस्वास कर लिदो हे के, थाँईस मने खन्दायो हे।
वो एक दन राते ईसू का नके आन क्यो, “हो गरुजी, माँ जाणा हाँ के, थाँ गरुजी हो अन थाँ परमेसर का आड़ीऊँ खन्दाया तका हो, काँके अस्या परच्या, जी थाँ बतावो हो, यद्याँ परमेसर वाँका हाते ने वेवे, तो वो ने बता सके हे।”
ईसू नासरी का बारा में थाँ तो जाणो हो, परमेसर पुवितर आत्मा अन सगतिऊँ वींको तलक कस्यान किदो हो। वणी हव काम किदा अन सेतानऊँ दकी हारई जणा ने हव करतो तको च्यारूँमेर कस्यान गुमतो हो, काँके परमेसर वाँकी लारे हो।
ईं वाते माँको हमच्यार ओ हे के, परमेसर लोगाँ का पाप ने अनदेका करन मसी की वजेऊँ खुद में मलारिया हे अन वोईस पाछो परमेसरऊँ मनकाँ को मेल-मिलाप करबा को हमच्यार माँने हूँप्यो हे।