हो बापू, मारी या अरज हे के, वीं हाराई एक वेवे, जस्यान मूँ थाँकामें हूँ अन थाँ मारा में हो, वस्यानीस वीं भी आपाँ में एक वेवे, जणीऊँ दनियाँ विस्वास करे के, थाँ मने खन्दायो हे।
पण ज्यो भी मनक परमेसर का बचना ने माने हे, तद्याँ वींका में परमेसर को परेम रेवे हे, काँके योईस एक गेलो हे, जणीऊँ आपाँ परमेसर में कल्डा बण्या तका रे सका हा।