ईसू वींकी बात हुणन क्यो, “हिवाळ्या के, तो खोकल वेवे हे अन आकास का जनावराँ का वाते गवाळा वेवे हे पण मनक का पूत का वाते मातो ढाँकबा का वाते भी जगाँ ने हे।”
ईसू या बात पुवितर आत्मा का बारा में किदी ही, ज्या वींपे विस्वास करबावाळा ने मलबावाळी ही। अबाणू तईं या आत्मा किंने भी ने मली ही, काँके ईसू आलतरे आपणी मेमा उटाया ने ग्या हा।
अबराम, इसाक अन याकूब का परमेसर, आपणाँ बड़ाबा का परमेसर आपणाँ सेवक ईसू की मेमा किदी। थाँकाणी वींने मराबा के वाते पकड़वा दिदो अन पछे पिलातुस वींने छोड़बा की बात ठाणी, तो थाँ लोगाँ पिलातुस के हामे भी वींने नकार दिदो।
जद्याँ आपाँ उगाड़ा मुण्डाऊँ काँस का जस्यान परबू की चमक को चलको पाड़ा हाँ, तो आपाँ भी वींके जस्यान वेबा लागा हाँ अन वाँ चमक आपाँ में ओरू भी हेलीऊँ हेली वेबा लागे हे अन आ चमक भी परबू का आड़ीऊँइस आवे हे, मतलब आत्माऊँ।
थाँ भी मसी का वजेऊँईस परमेसर पे विस्वास करो हो, जणा वाँने मरिया तका मेंऊँ पाछो जीवतो कर दिदो अन वींने मेमा भी दिदी। ईं वाते थाँको विस्वास अन थाँकी आस परमेसर में गाटी बणी तकी रेवे।
जद्याँ कुई उपदेस हुणावे तो वींने अस्यान हूणाणो छावे जस्यान के, वो परमेसरऊँ मल्या तका बचन ने हुणारियो वेवे। यद्याँ कुई सेवा करे, तो वो वीं तागतऊँ ज्या परमेसर वींने दिदी हे वींके जस्यान सेवा करे, जणीऊँ हारी बाताँ में ईसू मसी की वजेऊँ परमेसर की मेमा वेवे। मेमा अन तागत हमेस्या वींकीइस हे। आमीन।