12 जद्याँ वो वाँका पगा ने धो चुक्यो अन आपणाँ कोट पेरन पाछो आपणी जगाँ पे बेटग्यो, तो वो वणाऊँ केबा लागो, “कई में ज्यो किदो वींका बारा में थाँ हमज्या?
ईसू आपणाँ चेलाऊँ क्यो, “कई थाँ ईं हारी बाताँ हमज्या?” वणा क्यो, “हाँ।”
ईसू वाँने क्यो, “जद्याँ थाँ ईं केणीने ने हमजो, तो कस्यी भी केणी ने कस्यान हमज पावो?
काँके मोटो कूण हे? वो जो जीमण में जीमें हे कन पसे वो जो परुसकारी करे हे? कई वी ने जी जीमण में जीमें हे? पण, मूँ थाँका बचमें वणी परुसकारी करबावाळा दास की तरिया हे।
ईं वाते ईसू खाणो खाता तका उटन आपणो कुरतो उतार दिदो अन हस्ताड़ो आपणी कमर पे लपेट दिदो।
ईसू वींने क्यो, “ज्यो मूँ करूँ, थूँ ईंने अबाणू ने जाणे हे, पण पछे हमज जाई।”