“मूँ थाँका हाराई का वाते ने केवूँ हूँ, जाँने में चुण लिदा वाँने मूँ जाणूँ हूँ, पण यो ईं वाते हे के, पुवितर सास्तर को यो लेक पूरो वे, ‘ज्यो मारा रोटा खावे हे, वीं मारा पे लात उठई।’
जद्याँ ईसू अन वींका चेला हाजकाँ की टेम में खाणो खारिया हा, वीं टेम समोन का पूत यहूदा इसकरियोती का मन में सेतान ईसू ने धोकाऊँ पकड़वाबा की बाताँ नाक दिदी ही।
जद्याँ मूँ वाँका लारे हो, तो में थाँका नाम की तागतऊँ ज्यो थाँ मने दिदो हे, वाँकी रुकाळी किदी। में वाँने हमाळ राक्या अन बेस वीं मनक छोड़न ज्यो नास का आड़ी लेजाबावाळा गेले चाल पड़्यो, ओर किंकोई नास ने व्यो, ईं वाते के पवितर सास्तर में ज्यो बतायो ग्यो वो पूरो वेवे।