47 यद्याँ कुई मारी बाताँ हुणन ने माने, तो मूँ वाँने दोसी ने केवूँ, काँके मूँ दनियाँ ने दोसी ठेराबा के वाते ने, पण दनियाँ ने बंचाबा का वाते आयो हूँ।
“देको, थाँ अणा फोरामूँ कणी ने बेकार मती जाणो, काँके मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ के, हरग में वाँका दूत मारा हरग का बाप को मुण्डो हमेस्या देकता रेवे हे।
काँके मनक को पूत गमाणा तका ने होदबा आयो हे।
जस्यान के मनक को पूत ईं वाते ने आयो के, वींकी सेवा-चाकरी किदी जावे पण ईं वाते आयो के, नरई ने छुड़ाबा का वाते आपणी जीव देवे।”
मूँ मनक को पूत गमाया तका ने होदबा अन वाँने बंचाबा का वाते आयो हे।”
तद्याँ ईसू आपणाँ चेला का हाते दूजाँ गाम पराग्या।
ज्यो मने नकारे हे अन मारा बचनाँने ने माने हे वाँने दोसी ठेराबावाळो तो एकीस हे, ईंको मतलब जीं बचन में बताया, वींइस आकरी दन में वाँने दोसी बणाई।
परमेसर आपणाँ पूत ने दनियाँ में ईं वाते ने खन्दायो के, वो दनियाँ का मनकाँ ने दण्ड देवे। पण ईं वाते खन्दायो के, दनियाँ का मनकाँ ने बंचा सके।
यो मती हमज्यो के, मूँ मारा बापू परमेसर का हामे थाँका ऊपरे दोस लगाऊँ। थाँका पे दोस लगाबावाळो तो मूसो हे, जिंपे थाँ आस लगा मेली ही।
थाँका बारा में मने घणी बाताँ करणी हे अन थाँने सजा देबा का वाते भी घणी बाताँ हे पण मने खन्दाबावाळो हाँचो हे अन ज्यो में वणीऊँ हुण्यो हे वोईस मूँ दनियाँ ने केवूँ हूँ।”
आपणाँ परमेसर का धीरज ने छुटकारो हमजो। जस्यान आपणो प्यारो भई पोलुस परमेसर की आड़ीऊँ ज्यो ग्यान वींने मल्यो हो, वणीऊँ वीं थाँने लिक्यो हो।
बापू परमेसर आपणाँ बेटा ने ईं दनियाँ में मुगतीदाता का रूप में खन्दायो अन आपाँ वींने देक्यो अन वींका गवा भी हाँ।