36 जद्याँ तईं उजितो थाँका लारे हे, उजिता में विस्वास करो। अणीऊँ थाँ उजिता का मनक बणो।” ईं बाताँ केन ईसू पराग्या अन खुद वाँकाऊँ हपन रिया।
तद्याँ ईसू वाँने छोड़न नगर का बारणे का गाम बेतनियाँ पूग्यो अन रात वटेईस रियो।
“थाँ धरती का वाते उजितो हो अन ज्यो नगर मंगरा पे हे, वो हपी ने सके हे।
वणी मालिक वणी अधरमी मुनीम ने सेबासी दिदी, काँके वणी चालाकीऊँ काम किदो हे, अणी दनियाँ का लोग-बाग परमेसर का मनकाँ का वेवारऊँ घणाई चतूर हे।”
यहुन्नो भी वीं उजिता की गवई देबा ने आयो, ताँके हाराई वींकी हुणन उजिता पे विस्वास करे।
ईंका केड़े ईसू वणा यहूदी मनकाँ में खुला में ने फर सक्यो, पण वटाऊँ ईप्राईम नगर का नके हुन्ना काकड़ का भड़े की ढाणी में परोग्यो अन आपणाँ चेला की लारे वटे रेवा लागो।
ईसू यहूदी का मनकाँ का हामे अतरा परच्या बताया, तो भी वाँकाणी वाँपे विस्वास ने किदो।
मूँ दनियाँ में उजिता का जस्यान आयो हूँ, ईं वाते ज्यो कुई मारा पे विस्वास करी, वो अंदारा में ने रेई।
पण ज्यो हाँच पे चाले हे, वो उजिता का नके आवे हे, ताँके वींका काम परगट वे के, ज्यो कई वणा किदो, वो परमेसर छावता हा।”
तद्याँ ईसू फरीसियाऊँ पाछो क्यो, “दनियाँ को उजितो मूँ हूँ, ज्यो मारा नके आई, वीं अंदारा में ने चाली, पण जीवन को उजितो पाई।”
ईं बात पे वणा ईसू ने मारबा के वाते भाटा हाताँ में ले लिदा, पण वो छानेकूँ मन्दरऊँ बारणे निकलग्यो।
काँके थाँ तो पेल्याँ अन्दारो हा, पण अबे परबू का गट-जोड़ में थाँ उजाळो हो, ईं वाते उजाळो का मनकाँ का जस्यान चालो।
काँके थाँ रात अन अंदारा का ने हो, पण थाँ हाराई दन अन उजिता की ओलाद हो।
पण आपीं जतरा दन का हाँ, आपाँने विस्वास अन परेम को हत्यार पेरन अन बंचबा को टोपो लेन हेंचेत रेणो छावे।