तद्याँ ईसू चेला का नके आन वाँकाऊँ क्यो, “कई थाँ आलतरे भी हुता हो? अन रईम्बो लेरिया हो? देको, टेम आग्यो हे, मनक को पूत पाप्याँ का हाताँ में पकड़वायो जावे हे।
वो तीजी दाण पाछो आन वाँने क्यो, “कई, थें अबाणू भी हुता अन रियाम्बो लेरिया हो? बेस, वा घड़ी आ पूगी हे, जदी मनक को पूत(ईसू) धोकाऊँ पकड़ान पाप्याँ का हाताँ में हूँप्यो जाई।
वाँका चेला ने वीं टेम ईं बाताँ नंगे ने पड़ी ही, पण जद्याँ ईसू मेमा परगट वीं, तद्याँ वाँने हमज में आयो के, ईं बाताँ वींके बारा मेंईस सास्तर में लिकी गी ही के, मनक वाँकाऊँ ईं तरियाँ को वेवार किदो हो।
ईसू या बात पुवितर आत्मा का बारा में किदी ही, ज्या वींपे विस्वास करबावाळा ने मलबावाळी ही। अबाणू तईं या आत्मा किंने भी ने मली ही, काँके ईसू आलतरे आपणी मेमा उटाया ने ग्या हा।