पण जद्याँ मुक्य याजकाँ अन नेमा ने हिकाबावाळा अणा, मोटा कामाँ ने, ज्यो वाँकाणी किदा, अन छोरा-छोरी ने मन्दर में, “दाऊद का वंसज ने होसाना बोलता तका देक्यो, तो वीं गुस्सा में आग्या।”
हो बापू, मारी या अरज हे के, वीं हाराई एक वेवे, जस्यान मूँ थाँकामें हूँ अन थाँ मारा में हो, वस्यानीस वीं भी आपाँ में एक वेवे, जणीऊँ दनियाँ विस्वास करे के, थाँ मने खन्दायो हे।
जद्याँ वाँने पोलुस अन सिलास ने मल्या, तो वीं यासोन अन कुई विस्वास्याँ ने पकड़न नगर का हाकमाँ का नके गड़ीन लान हाको करन केबा लागा, “अणा मनकाँ दनियाँ में उळट-पुळट किदी हे, अन वीं मनक अटे भी आग्या हे