9 ईसू वाँने क्यो, “एक दन में बारा घण्टा उजितो रेवे हे। यद्याँ कुई दन का उजिता में चाले तो ठोकर ने खाई, काँके जग का उजिता में हारोई सई वींने दिके हे।
पण यद्याँ कुई रात में चाले तो वो ठोकर खावे हे, काँके रात में उजितो ने वेवे हे।”
ईसू वाँने क्यो, “उजितो अबाणू थोड़ीक देर ओरी थाँका बचमें रेई। जद्याँ तईं उजितो थाँका लारे हे तद्याँ तईं चालता रेवो। अस्यान ने वे के, अंदारो थाँका ऊपरे वे जावे। ज्यो अंदारा में चाले हे वो ने जाणे के, वो कटने जारियो हे।
जणी मने खन्दायो हे, आपाँने वींका काम दन ईं दन में करणा घणा जरूरी हे, काँके रात वेबावाळी हे जिंमें कुई काम ने कर सकी।
ज्यो भी मनक आपणाँ विस्वासी भई-बेनाऊँ परेम करे हे, वो परमेसर का उजिता में चाले हे। अन वींके जीवन में अस्यान की कुई भी बात ने वेई, जणीऊँ वो पाप करे।