54 ईंका केड़े ईसू वणा यहूदी मनकाँ में खुला में ने फर सक्यो, पण वटाऊँ ईप्राईम नगर का नके हुन्ना काकड़ का भड़े की ढाणी में परोग्यो अन आपणाँ चेला की लारे वटे रेवा लागो।
पछे ईसू यरदन नंदी का पेले पाल्ड़े वीं जगाँ में परोग्यो, जटे यहुन्नो पेल्या बतिस्मो देतो हो अन ईसू वटेईस रियो।
ईसू वाँने क्यो, “में हाराऊँ खुलन बाताँ किदी। में परातना घर अन मन्दर में, जटे हारई मनक भेळा व्या करता हा। वटे हरदाण हिक दिदी अन छाने कई भी ने क्यो।
ईंका केड़े पछे ईसू गलील में जातरा किदी। वो यहूदियाँ परदेस में जाणो ने छावतो हो, काँके यहूदी अदिकारी वींने मारबा की कोसीस कररिया हा।
ईंका केड़े जद्याँ वींका भई तेवार में पराग्या, तो वो भी छानो-मानो वटे परोग्यो।
कुई भी मनक वाँका वाते खुलन बाताँ ने कर पारियो हो, काँके वीं लोग-बाग यहूदी अदिकारियाऊँ दरपता हा।
यद्याँ कुई भी मनक प्रसिद वेणो छावे तो वो छुपन कई ने करे। थूँ यो काम करे हे, तो आपणाँ खुद ने दनियाँ का हामे परगट कर।”