पछे जटे भी वो घर मयने जावे, वीं घर का मालिक ने केज्यो, ‘गरुजी क्यो हे जीमणा वाते माँको ओवरो कटे हे, जटे मूँ आपणाँ चेला की लारे फसे का तेवार को जीमणो कर सकूँ।’
फिलिपुस नतनएलऊँ मल्यो अन वणीऊँ क्यो के, “जिंको बखाण परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा किदो अन मूसे आपणाँ नेमा में क्यो हो, वो माँने मलग्यो हे। वो युसुप को छोरो नासरत को रेबावाळो ईसू हे।”
तद्याँ वणी चेले ज्यो लाड़लो हो पतरसऊँ क्यो, “ईं तो परबू हे।” समोन पतरस यो हुणन के, वो परबू हे, कमर में हसताड़ो बांद दिदो, काँके वणी काम करबा का वाते उपरला गाबा खोल मेल्या हा। अन पाणी में कुद ग्यो, ताँके जट कनारे पे जा सके।